==रिपोर्टर रोशन कुमार कुर्रे 9691503655==
रायगढ़ जिले के घरघोड़ा वन परिक्षेत्र अंतर्गत मानव और वन्यजीवन के मध्य संतुलन की प्रतीक धरती एक बार फिर करुण क्रंदन से गुंजायमान हो उठी
जब चितवाही जंगल के आरएफ 1269 क्षेत्र में एक मासूम शावक हाथी का शव जलाशय में तैरता हुआ मिला। यह हृदयविदारक दृश्य वन्य संरक्षण के समक्ष गहन प्रश्नचिह्न खड़ा करता है। बता दें,प्राप्त जानकारी के अनुसार, दिनांक 24 मई 2025 को घरघोड़ा क्षेत्र में लगभग 19 हाथियों का एक दल विचरणरत था। इसी दल का एक नन्हा शावक, जिसकी आयु महज छह माह बताई जा रही है, दुर्भाग्यवश जलक्रीड़ा के दौरान गहराई में फंसकर काल के गाल में समा गया। अनुमान है कि यह दुःखद घटना बीती रात्रि तब घटी, जब हाथी दल अपने स्वाभाविक व्यवहारानुसार जलस्नान कर रहा था। और वहीं वन विभाग की टीम ने तत्परता दिखाते हुए शावक का शव जलाशय से बाहर निकाला तथा विधिसम्मत रूप से उसका पशु चिकित्सकों द्वारा पोस्टमार्टम कराया गया। उपरांत, शव को नियमानुसार दफनाया गया।यह घटना न केवल वन्य जीवन की नाजुकता को उजागर करती है, अपितु हमें पुनः यह सोचने को विवश करती है कि क्या हमारे वन्य जीव वास्तव में सुरक्षित हैं? मासूम हाथियों की लगातार हो रही जलमृत्यु की घटनाएँ अब किसी सामान्य दुर्घटना का स्वरूप नहीं, बल्कि एक गंभीर चेतावनी का संकेत हैं। और वहीं लगातार घटती घटना के बाद नई आवाज डॉट कॉम की ओर से वन विभाग से अपेक्षा की करती है, कि ऐसे जलाशयों की पहचान कर उनके आसपास सुरक्षा उपाय सुनिश्चित किए जाएँ, जिससे भविष्य में ऐसी दर्दनाक घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके रिपोर्टर रोशन कुमार कुर्रे