==जांजगीर चांपा ब्यूरो चीफ महेश बरेठ 9131974668==
छत्तीसगढ़ अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन ने परामर्शदात्री बैठक में उठाई कर्मचारियों की आवाज
जांजगीर-चांपा में समयमान वेतनमान, पदोन्नति, सुरक्षा एवं संलग्नीकरण जैसे मुद्दों पर रखी 7 सूत्रीय मांग
जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन के बैनर तले जिला स्तरीय परामर्शदात्री समिति की बैठक में कर्मचारियों की ज्वलंत समस्याओं को प्रमुखता से उठाया गया। फेडरेशन के जिला संयोजक व्ही.एस. परिहार ने अधिकारियों के समक्ष 7 सूत्रीय मांगपत्र प्रस्तुत करते हुए कहा कि मांगो का निराकरण तत्काल होना चाहिए
🟢 प्रमुख मांगे इस प्रकार रहीं:
1️⃣ समयमान वेतनमान एवं पदोन्नति में हो रही देरी:
कई विभागों में अधिकारी-कर्मचारी वर्षों से समयमान वेतनमान एवं पदोन्नति से वंचित हैं। फेडरेशन ने इन मामलों में त्वरित कार्यवाही की मांग की है।
2️⃣ वित्तीय प्रकरणों का त्वरित निराकरण:
सामान्य भविष्य निधि (GPF), मेडिकल बिल, TA/DA एवं अन्य वित्तीय मामलों को समय पर स्वीकृति एवं कोषालय से भुगतान हेतु निर्धारित समयसीमा लागू करने की मांग की गई।
3️⃣ रिक्त पदों की भर्ती हो प्राथमिकता पर:
जिले के विभिन्न विभागों में रिक्त पदों की भरमार है, जिससे कार्य का भार बढ़ रहा है। फेडरेशन ने मानव संसाधन की तत्काल भर्ती की आवश्यकता जताई।
4️⃣ निजी बीमा एजेंटों से वित्तीय लेनदेन पर कार्रवाई स्पष्ट की जाए:
शासन ने कर्मचारियों द्वारा निजी बीमा कंपनियों से कमीशन लेने पर रोक लगाई है। फेडरेशन ने पूछा कि अब तक इस पर क्या कार्रवाई हुई, कृपया अवगत कराया जाए।
5️⃣ निर्मित भवनों का शीघ्र आबंटन:
जिले में पूर्ण हो चुके आवासीय एवं कार्यालयीन भवन अब तक आबंटित नहीं किए गए हैं। इनका शीघ्र वितरण करने की मांग रखी गई।
6️⃣ शिक्षा विभाग में संलग्नीकरण पर रोक लगे:
शिक्षकों से गैर-शैक्षणिक कार्य लिए जा रहे हैं और संलग्नीकरण शासन के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद जारी है। फेडरेशन ने संलग्नीकरण की जांच कर समाप्ति की मांग की।
7️⃣ स्वास्थ्य कर्मचारियों को मिले पुलिस सुरक्षा:
आपातकालीन सेवाओं में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मचारियों को आए दिन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। फेडरेशन ने पुलिस सुरक्षा और मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई की मांग की।
फेडरेशन ने प्रशासन से जल्द ही मांग पूरी करने की बात कही है